किसी भी कंपनी को ज्वाइन करने के पहले दिन से ही आप को उस कंपनी की संगठन संरचना का पता होना चाहये और 10 साल बाद कंपनी की वेतन वृद्धि नीति के अनुसार आप उस कंपनी मे किस स्तर पर अपने आप को देखना चाहते है यह आप का लक्ष्य होना चाहिए, ऐसा करने से आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए वे सब काम सीख पायेंगे जो की अभी उस लेवेल पर बैठे आपके सीनियर को आते है।
आप हमेशा कंपनी मे कुछ न कुछ नया सीखते रहे और अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन देते रहे । कभी भी अपने आप को जज करने की कोशिश न करे, यह काम हमेशा अपने बॉस पर छोड़ दे, लेकिन अपनी परफॉर्मेंस का फीडबैक अवश्य ले । इससे आप को अपनी कमिया सुधारने का मोका मिलेगा और आप सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बन पाओगे।
जब आप किसी कंपनी मे काम करते है तब आप को इन दो बातों को ध्यान मे रखना जरूरी है:-
1) कंपनी मे आप को कितना सीखने को मिल रहा है, जिससे आप की पर्सनल ग्रौथ हो सके।
2) कंपनी की पॉलिसी के अनुसार, क्या आप की टाइम-टाइम पर ग्रोर्थ हो रही है।
अब अगर हम ये सोचे की, क्या आपके साथ ज्वाइन किए आप के सभी साथी एक जैसी ग्रौथ कर सकते है तो यह भी संभव नहीं, क्यो की किसी भी दौड़ मे विजेता सिर्फ एक होता है ओर उसी विजेता को प्रमोशन का ईनाम मिलता है, हा ये जरूर हो सकता है की आने वाले सालो मे हर बार वही विजेता उस दौड़ को जीतता चला जाए ।
आइये जानते है किसी भी कंपनी की संगठन संरचना कैसी होती है, यह किसी कंपनी की कुल स्टाफ संख्या और डिपार्टमेंट के अनुसार अलग अलग हो सकती है। यहा हम आपको किसी कंपनी के इंजीन्यरिंग डिपार्टमेंट की संगठन संरचना बता रहे है जो की एक इंजीनियर का कैरियर ग्रोथ दिखाता है। इस अनुसार यदि किसी कंपनी मे कुल 13 स्तर है ।
कंपनी की वेतन वृद्धि नीति के अनुसार यदि कंपनी हर 3 साल मे अपने एम्प्लोयी को प्रमोशन देती है तो किसी भी फ्रैशर को टॉप लेवेल पर जाने मे कुल 42 साल लगेंगे और वह भी तब संभव है जब की उसका परफॉर्मेंस हर साल टॉप पर हो । परंतु यह भी मुश्किल काम है क्योकि विजेता को अपनी जीत को बनाए रखना भी उतना ही कठिन है जितना की जीतना । इसलिए अपने 10 सालो के विकास से आप अनुमान लगा ले की आप अपने रिटारमेंट तक कितने स्तर ओर पार कर सकते है, और यदि आप ने जिद्द कर ली है की आप को टॉप लेवेल पर पहुचना ही है तो आप को बार-बार लंबी झलंग लगाना ही पड़ेगा और यह काम आप जॉब बदल कर या उसी कंपनी मे असाधारण परफॉर्मेंस देकर लगा सकते है इन सब के बाद भी यह बात भी सत्य है की कोई भी चेरमेन कभी भी किसी एम्प्लोयी को अपने स्थान तक नहीं पहुचने देगा।
आप हमेशा कंपनी मे कुछ न कुछ नया सीखते रहे और अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन देते रहे । कभी भी अपने आप को जज करने की कोशिश न करे, यह काम हमेशा अपने बॉस पर छोड़ दे, लेकिन अपनी परफॉर्मेंस का फीडबैक अवश्य ले । इससे आप को अपनी कमिया सुधारने का मोका मिलेगा और आप सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बन पाओगे।
जब आप किसी कंपनी मे काम करते है तब आप को इन दो बातों को ध्यान मे रखना जरूरी है:-
1) कंपनी मे आप को कितना सीखने को मिल रहा है, जिससे आप की पर्सनल ग्रौथ हो सके।
2) कंपनी की पॉलिसी के अनुसार, क्या आप की टाइम-टाइम पर ग्रोर्थ हो रही है।
अब अगर हम ये सोचे की, क्या आपके साथ ज्वाइन किए आप के सभी साथी एक जैसी ग्रौथ कर सकते है तो यह भी संभव नहीं, क्यो की किसी भी दौड़ मे विजेता सिर्फ एक होता है ओर उसी विजेता को प्रमोशन का ईनाम मिलता है, हा ये जरूर हो सकता है की आने वाले सालो मे हर बार वही विजेता उस दौड़ को जीतता चला जाए ।
आइये जानते है किसी भी कंपनी की संगठन संरचना कैसी होती है, यह किसी कंपनी की कुल स्टाफ संख्या और डिपार्टमेंट के अनुसार अलग अलग हो सकती है। यहा हम आपको किसी कंपनी के इंजीन्यरिंग डिपार्टमेंट की संगठन संरचना बता रहे है जो की एक इंजीनियर का कैरियर ग्रोथ दिखाता है। इस अनुसार यदि किसी कंपनी मे कुल 13 स्तर है ।
कंपनी की वेतन वृद्धि नीति के अनुसार यदि कंपनी हर 3 साल मे अपने एम्प्लोयी को प्रमोशन देती है तो किसी भी फ्रैशर को टॉप लेवेल पर जाने मे कुल 42 साल लगेंगे और वह भी तब संभव है जब की उसका परफॉर्मेंस हर साल टॉप पर हो । परंतु यह भी मुश्किल काम है क्योकि विजेता को अपनी जीत को बनाए रखना भी उतना ही कठिन है जितना की जीतना । इसलिए अपने 10 सालो के विकास से आप अनुमान लगा ले की आप अपने रिटारमेंट तक कितने स्तर ओर पार कर सकते है, और यदि आप ने जिद्द कर ली है की आप को टॉप लेवेल पर पहुचना ही है तो आप को बार-बार लंबी झलंग लगाना ही पड़ेगा और यह काम आप जॉब बदल कर या उसी कंपनी मे असाधारण परफॉर्मेंस देकर लगा सकते है इन सब के बाद भी यह बात भी सत्य है की कोई भी चेरमेन कभी भी किसी एम्प्लोयी को अपने स्थान तक नहीं पहुचने देगा।
Baat bhut pate ke hai bhaiyo
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