ज़िंदगी हमेशा एक नया मोका देती है,
सरल शब्दो मे उसे “आज” कहते है ।
उनके साथ जरूर रहो,
जिनका “वक़्त” खराब है,
पर....
उनका साथ छोड़ दो,
जिनकी “नियत” खराब है ।
भगवान न दिखाई देने वाले “माता-पिता” है,
जबकि माता-पिता दिखाई देने वाले “भगवान” है,
इसलिए,
पहले उस भगवान की “भक्ति” करे,
जो दिखाई देते है , बाद मे उस भगवान की,
जो दिखाई नहीं देते ।
हमारा व्यवहार गणित के उस
“शून्य” की तरह होना चाहिए,
जो स्वयं कुछ कीमत नहीं रखता,
लेकिन दूसरों के साथ जुडने पर,
उसकी कीमत बढ़ जाती है ।
मनुष्य की वर्तमान स्थिति देख कर,
उसके भविष्य का “उपहास” मत उड़ाओ,
क्योकि समय मे इतनी शक्ति होती है,
की...
“वो एक मामूली से कोयले को भी,
धीरे-धीरे हीरे मे बदल देता है ।”
अच्छे समय से ज्यादा,
अच्छे इंसान से रिस्ता रखो,
क्योकि….
“अच्छा इंसान, अच्छा समय ला सकता है,
लेकिन अच्छा समय,
अच्छा इंसान नहीं ला सकता ।”
ज़िंदगी मे अपने बड़ो से,
“प्रणाम” करना सीखिये,
कहा जाता है की,
प्रणाम, परिणाम बदल देता है ।
ऐसा जीवन जियो कि,
“अगर कोई आपकी बुराई भी करे,
तो कोई उस पर विश्वास न करे।”
“कोई भी चीज़ अपने कमाए हुये पैसो से खरीदो,
“शौक” अपने आप कम हो जाएंगे ।”
पेड़ कि डाल हिलने पर भी,
पक्षी नहीं घबराता,
क्योकि….
उसे डाल पर नहीं,
अपने पंखो पर “भरोसा” होता है।
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